नए ज़माने की कार्स में फीचर्स की भरमार होती है. ग्राहकों को लुभाने के लिए अब आपको साधारण सी कार्स में भी ऐसे फीचर्स मिलते हैं जो कुछ समय पहले तक केवल लक्ज़री कार्स से ही सम्बद्ध थे. जो कार अक्सर खुद नहीं चलाते और पीछे की सीट पर आराम ही फरमाते हैं, उन लोगों के लिए फीचर्स ख़ास मायने रखते हैं. मगर कुछ फीचर्स ऐसे होते हैं जो औरों से यदा ज़रूरी होते हैं. अब सरकार ने सभी कार्स में ABS (एंटी-लॉक ब्रेकिंग सिस्टम) और एयर-बैग जैसे फीचर्स अनिवार्य कर दिए हैं. मगर फिर भी ऐसे अनेकों फीचर्स हैं जो नयी कार खरीदते समय आपकी नज़र में होने ही चाहियें. पेश हैं 10 ऐसे ही फीचर्स
रियर वाइपर
काफी लम्बे समय से कार के सामने वाले शीशे पर वाईपर एक अनिवार्य फीचर बन गए हैं. मगर पीछे वाले शीशे के लिए एक अलग से वाइपर अभी भी अनेकों कार निर्माता देने से बचते हैं. यह काफी सस्ती तकनीक है जिसके इस्तेमाल से आपका काम काफी आसान हो सकता है. मगर कंपनियां पैसे बचाने के लिए यहाँ कंजूसी कर जाती हैं. ठण्ड की रातों में और बरसात के समय यह फीचर किसी वरदान से कम नहीं है.
एडजस्ट की जा सकने वालीं ड्राईवर सीट
एडजस्ट करना एक खूबी है जो हम भारतीयों की रगों में दौड़ती है. मगर कार निर्माता अक्सर हमारी इस खूबी का गलत फायदा उठाते हैं और महंगी कार्स में भी ऐसी सीट नहीं देते जो ऊपर-नीचे एडजस्ट की जा सकें. लोग हमारे देश में हर आकार-प्रकार में मौजूद हैं और इसलिए एडजस्ट की जा सकने वाली सी सीट बहुत अहम हैं. एक शानदार सीट आपके सफ़र में चार चाँद लगा सकती है. सुरक्षा के लिहाज़ से भी यह काफी ज़रूरी है क्योंकि अच्छी सीट पर बैठ कर आप सड़क पर ट्रैफिक भी आराम से देख सकते हैं.
टेलिस्कोपिक स्टीयरिंग
स्टीयरिंग व्हील सभी आकार-प्रकार में आते हैं — कुछ बड़े और कुछ छोटे. कुछ स्टीयरिंग व्हील नीचे झुके होते हैं जबकि कुछ शरीर से ज्यादा ही दूर होते हैं. क्योंकि यह किसी भी कार में सबसे प्रमुख उपकारण होता है इसलिए यह ऐसा होने चाहिए जो एडजस्ट किया जा सके — ताकि हर तरह के ड्राईवर कार आसानी से चला सकें. स्टीयरिंग पर टेलिस्कोपिक फीचर से आप इसे आगे-पीछे कर सकते हैं. यह नयी कार्स में एक अनिवार्य फीचर है.
पार्किंग कैमरा और सेंसर
सड़कों पर गाड़ियों की संख्या हर दिन बढ़ती जा रही है और इसलिए पार्किंग की जगह बहुत कम हो गयीं हैं. यह बड़ी SUVs के मालिकों के लिए एक बड़ा सरदर्द है जो अक्सर घंटों अपनी कार्स के लिए जगह ढूँढने में लगा देते हैं और दुसरे लोगों की कार्स को नुक्सान भी पहुंचाते हैं. पार्किंग कैमरा ऐसे समय एक वरदान की तरह होते हैं और यह कार को किसी दुर्घटना से बचाते हैं. अगर आप की कार में पार्किंग कैमरा भी है तो भी यह सुनिश्चित कर लें कि वे पार्किंग सेंसर से लैस हैं.
Android Auto और Apple CarPlay से लैस इंफोटेनमेंट सिस्टम
आज के ज़माने में टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम हर कार की बुनियादी ज़रुरत हैं. अगर आप कोई महंगी कार खरीद रहे हैं और वह भी लम्बे समय के लिए तो यह सुनिश्चित कर लें की आप की पसंदीदा कार में यह फीचर है. Android Auto और Apple Car Play सपोर्ट इसमें चार चाँद लगा देता है क्योंकि आप इनसे अपनी कार को मोबाइल से जोड़ सकते हैं. इंफोटेनमेंट सिस्टम की मदद से आप रास्ता ढूंढ सकते हैं और गाने भी सुन सकते हैं. Ford के इंफोटेनमेंट सिस्टम में तो दुर्घटना होने पर आपातकालीन सेवाएं भी मौजूद हैं.
क्लाइमेट कण्ट्रोल
क्लाइमेट कण्ट्रोल एक काफी पेचीदा फीचर है और यह AC को नियंत्रित कर कार में तापमान को उचित स्तर पर रखता है. एक बार आप किसी तापमान को चुन लेते हैं तो यह फीचर पंखे की गति और कुलिंग को अपने आप नियंत्रित करता है. अगर ड्यूल-जोन नहीं तो कम से कम सिंगल-जोन क्लाइमेट कण्ट्रोल सिस्टम तो हर कार में होना ही चाहिए. मगर ऐसा फीचर चाहिए तो आपको तकरीबन 5 लाख- 6 लाख रूपए तक की कार खरीदनी होगी.
इलेक्ट्रिक रियर-व्यू मिरर
रात के समय कार चलाना काफी कठिन काम है. मगर ऐसा करना मजबूरी ही है तो एक ऐसी कार खरीदें जिसमें बहार के शीशे आप कार के अन्दर-अन्दर बैठे ही एडजस्ट कर सकें. क्योंकि ज़्यादातर ड्राईवर लो-बीम पर कार चलाने की ज़हमत नहीं उठाते इसलिए यह फीचर तो वाकई प्राणदायी है. यह मिरर ऑटोमैटिक होते हैं और खुद से लाइट एडजस्ट कर ड्राईवर को तेज़ रौशनी में पल भर के लिए भी अंधा होने से बचाते हैं.
इलेक्ट्रिक विंग मिरर
अब बारी आती है इलेक्ट्रिक विंग मिरर की. इनका सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप इन्हें कार का शीशा नीचे किये बिना भी आराम से नियंत्रित कर सकते हैं. आप सर एक बटन दबाकर ही मिरी एडजस्ट कर सकते हैं और अपने ड्राइविंग अनुभव को सुगम बना सकते हैं. अगर आपकी कार में ऑटो मिरर फोल्ड फीचर है तो यह और भी बेहतर है क्योंकि ऐसे में आप की कार का इंजन बंद होते ही आपके मिरर भी बंद हो जाते हैं.
क्रूज कण्ट्रोल
यह फीचर आपको किसी बजट कार में तो नहीं ही मिलेगा. मगर आप कोई महंगी कार खरीद रहे हैं — जैसे 10 लाख रूपए से ज्यादा तक की — तो यह सुनिश्चित करना ज़रूरी है की यह फीचर कार में हो. इस फीचर से कार की हैंडलिंग बेहतर होती है और आपका सफ़र आरामदायक हो जाता है. लम्बे सफ़र के दौरान यह फीचर किसी वरदान से कम नहीं है.
वन-टच साइड विंडो
यह फीचर किसी भी ड्राईवर के लिए अपनी कार में एक अतिरिक्त सुविधा से कम नहीं है. किसी भी ऐसी सड़क पर यात्रा करते समय जहाँ टोल-गेट या पुलिस के नाके मौजूद हों ड्राईवर इस बटन का इस्तेमाल कर आसानी से अपनी विंडो नीचे कर सकता है. तो टोल वाली सड़कों पर अक्सर यात्रा करने वाले अपनी कार में यह फीचर ज़रूर जोड़ लें.