RX 100 एक ऐसी बाइक है जो हर बीतते दिन के साथ भारतीय बाज़ार में पॉपुलर होती जा रही है. हमारे देश में कुछ ‘अच्छी’ बाइक्स बनी हैं, फिर कुछ ‘बहुत अच्छी’ बाइक्स की भी कोई कमी नहीं है, मगर कभी कोई RX 100 की बराबरी नहीं कर पाया है. जैसा की हर मशहूर चीज़ के साथ होता है, इस बाइक से जुड़े कुछ ऐसे पहलू हैं जो हर किसी को नहीं पता हैं. आइये एक नज़र डालते हैं इन सब पर:
असफलता से हुई शुरुआत
RX 100 भारत में Yamaha RD 350 की अगली पीड़ी की बाइक थी. Yamaha RD 350 की ख़राब सेल्स और आम जनता में इस लेकर दिलचस्पी की कमी के बाद Yamaha को अपनी रणनीति बदलनी पड़ी और भारतीय उपभोक्ताओं की ज़रुरत के हिसाब से एक सस्ती बाइक कंपनी ने बाज़ार में उतारी. तो RX 100 की शुरुआत भारत में एक असफलता से हुई और यह एक बेमिसाल सफलता साबित हुई.
कई प्रतियोगिताओं और रेस से पहले इसके इंजन को जाँचने के लिए खोला गया
लोगों को इस बाइक के इंजन की क्षमता के बारे में यकीन नहीं होता. इसके साथ ही उस समय ऐसी अफवाहें थीं की इसका इंजन कंपनी के दावे से कहीं बड़ा है. ऐसे कई वाकये हैं जहाँ इंजन यूनिट को खोल कर रेस अधिकारियों ने इसकी जांच की है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके की यह 100-सीसी इंजन ही है.
सही मायनों में हैं ‘पॉकेट राकेट’
RX 100 की बॉडी काफी फ्लेक्सिबल है और यह किसी राकेट की तरह ही गति पकड़ती है. इसीलिए इसे ‘पॉकेट राकेट’ के नाम से जाना जाता है. इसमें आपको मिलता है 98-सीसी सिंगल सिलिंडर टू-स्ट्रोक एयर-कूल इंजन जो पैदा करता है 11 बीएचपी पॉवर और 10.39 एनएम टॉर्क. यह बाइक सिर्फ 98 किलोग्राम की थी जो इसे भारतीय सड़कों के लिए बेहतरीन सवारी बनती थी.
चोरों के बीच थी काफी पॉपुलर
अपने हल्के वज़न, बेहतरीन पॉवर-टू-वेट रेश्यो, और गति की वजह से इस बाइक की बहुत डिमांड थी. इस वजह से यह बाइक चोरों, लुटेरों के बीच काफी पॉपुलर हुई जो हमेशा से एक सस्ती और तेज़ बाइक की तलाश में रहते थे. तो काली Pulsars के मशहूर होने से पहले यही थी चोरों की पहली पसंद.
इसका हल्का वज़न एक तरह से शाप था
किसी भी RX 100 मालिक से पूछिए और वो आपको बोलेगा की इस बाइक को ज्यादा देर तक तेज़ गति पर नहीं चला सकते. इसकी वजह थी इसका कम वजन. यह बाइक तेज़ गति पर अक्सर काबू से बाहर हो जाती थी. दरअसल RX की खासियत है उसकी आसन हैंडलिंग और तेज़ गति न की इसकी टॉप-स्पीड.
इसकी अगली पीड़ी में नहीं था वो जादू
RX 100 बाइक का प्रोडक्शन आधिकारिक रूप से मार्च 1996 में बंद कर दिया गया था. इसके बाद बाज़ार में आई 132-सीसी RXG जिसमे कई सरे डिजाईन फाल्ट और दूसरी अन्य परेशानियाँ थीं. इसके बाद कंपनी ने लांच की RX 13 जो RXG का ही एक बेहतर संस्करण थी. इसके बाद भी Yamaha ने कई बाइक्स बाज़ार में उतारीं पर किसी को भी RX 100 जैसी सफलता नहीं मिली.
इसको मशहूर बनाने में फिल्म इंडस्ट्री का भी है हाथ
भारतीय फिल्म इंडस्ट्री और खासकर दक्षिण भारत की इंडस्ट्री ने इस बाइक को काफी पसंद किया. कई दक्षिण भारतीय फिल्मों में अभिनेताओं को RX 100s पर एंट्री करते देखा जा सकता था. बॉलीवुड में भी यह बाइक काफी पॉपुलर हुई और अक्सर हीरो और उसके साथियों को इस पर देखा जाता था. इस बाइक का 1980 और 1990 के दशक का जादू अब भी बरक़रार है और तेलुगु फिल्मों में अब भी इसका इस्तेमाल ज़ोरों पर है.
मर्दानगी की थी पहचान
यह बाइक देखने में आज़ादी की निशानी लगती थी और चालक की पर्सनालिटी को भी बूस्ट करती थी. हर नौजवान और युवा इस बाइक को चलाना चाहता था. यह भारत में युवा जोश की पहचान बनकर उभरी.
कभी भी सस्ती नहीं थी यह बाइक
अपने समय की तुलने में Yamaha की यह बाइक काफी महंगी थी. उन दिनों इसकी कीमत तकरीबन 19,764 रूपए हुआ करती थी. अगर आज से इसकी तुलना करें तो ये 60,000 रूपए से ऊपर जाती है. ये अपने सेगमेंट से कहीं ज़यादा कीमत थी पर फिर 100-सीसी के बाज़ार में इससे बेहतर कोई बाइक कभी बनी ही नहीं. शुरुआत में यह तीन रंगों में आई — चेरी रेड, पीकॉक ब्लू, और ब्लैक. बाद कंपनी ने इस बाइक के दुसरे कलर वैरिएंट भी लांच किये.
इसके सेकंड-हैण्ड संस्करण को बेचने पर आप पा सकते हैं तकरीबन 1 लाख रूपए
काफी लोग अब भी RX 100 खरीदने का सपना देखते हैं और इसके सेकंड-हैण्ड संस्करण की तलाश में रहते हैं. इस बाइक की कल्ट-फोलोविंग है और अगर सही तरह रख-रखाव किया जाए तो अपने मालिक की लाटरी लगा सकती है. वैसे तो बाज़ार में आपको यह 50,000 रूपए में मिल जाएगी मगर कुछ मॉडल्स 1 लाख रूपए तक की कीमत पर भी मिलते हैं.